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वंशलोचन बांबुतील hindi

 असली वंशलोचन खा लिया तो कभी नहीं होगी कैल्शियम की कमी, इसके सेवन से गोरापन भी मिलता है।



वंशलोचन के फायदे

वंशलोचन एक प्राकृतिक कैल्शियम है जो कि बांस के पेड़ से प्राप्त होता है। आयुर्वेद की दृष्टि से इसका उपयोग कई प्रकार की दवाईयां बनाने में किया जाता है। वंशलोचन बांस के पेड़ में पाया जाता है। ये बांसों की गांठों में जम जाता है और बांस को काटकर इसके अंदर से निकाला जाता है।

वंशलोचन दिखने में सफेद मिश्री के दाने जैसा होता है। इसका चूर्ण भी बाजार में उपलब्ध होता है लेकिन इसको खरीदते समय इसकी सत्यता की जांच जरूर कर लें।


कफ की समस्या के लिए

10 साल से कम उम्र के बच्चों को आधा ग्राम वंशलोचन के चूर्ण में 2 चम्मच शहद मिलाकर देने से उनकी कफ की समस्या खत्म हो जाती है।


अस्थमा पीड़ितों के लिए

जिन लोगों को दमे यानि अस्थमा की समस्या रहती है उनके लिए भी ये अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है। 20-20 ग्राम मात्रा में वंशलोचन और पीपल को अच्छी तरह से पीस लें और फिर इस चूर्ण की 2 ग्राम मात्रा में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लें। जल्द ही अस्थमा की समस्या खत्म हो जाती है।


गर्भपात की समस्या के लिए

कई महिलाओं का गर्भ नहीं टिक पाता है अत: उन्हें आधा ग्राम वंशलोचन को दूध या पानी के साथ खाना चाहिए। इससे गर्भपात की समस्या खत्म हो जाती है। गर्भावस्था के दौरान भी वंशलोचन का सेवन करने से बच्चे का स्वास्थ अच्छा होता है। आयुर्वेद के अनुसार इसका सेवन करने से बच्चे का रंग अत्यधिक गोरा हो जाता है।


हाथ-पैरों में जलन के लिए

जिन लोगों के हाथ या पैरों में लगातार जलन रहती है उन्हें 1 ग्राम वंशलोचन में 1 चम्मच शहद मिलाकर लेना चाहिए। इससे जलन में आराम मिलता है और धीरे-धीरे ये परेशानी जड़ से खत्म हो जाती है।


मुंह के छालों के लिए

अक्सर बाहर का भोजन ग्रहण करने से पेट में छाले पड़ जाते हैं। ऐसे में वंशलोचन का एक चुटकी चूर्ण लें, उसको शहद में मिलाकर छालों पर लगाने से ये ठीक हो जाते हैं।


बच्चों के लिए

यदि बच्चों को मिट्टी खाने की आदत है तो वंशलोचन के चूर्ण में शहद मिलाकर इसकी गोलियां बना लें और प्रतिदिन दो गोलियां बच्चे को खिलाएं। बच्चे की मिट्टी खाने की आदत छूट जाएगी।


हड्डियों में दर्द के लिए

कमजोर हड्डियों और मांसपेशियों के दर्द के लिए ये अत्यंत लाभकारी है। अक्सर रात में पैरों में दर्द की समस्या भी इससे दूर हो जाती है। इसके लिए एक चम्मच वंशलोचन का चूर्ण लेकर उसे आधा ग्लास दूध के साथ पीने से आराम मिलता है।


कब ना करें इस्तेमाल?

पथरी की समस्या से जूझ रहे लोगों को इसका सेवन कभी नहीं करना चाहिए। कैल्शियम की अधिक मात्रा होने पर हाइपरकैलेसीमिया नामक बीमारी हो जाती है जिससे शरीर में भारीपन और सिरदर्द रहने लगता है इसलिए अपने चिकित्सक के परामर्श पर ही इसका सेवन करें


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